जीवन धारा को आनंद धारा में बदलने के लिए आइए फिर एक बार रेडियो ट्यून करें। जीवन धारा को आनंद धारा में बदलने के लिए आइए फिर एक बार रेडियो ट्यून करें।
"अरे पगली, तुझे कोई कहीं जाने के लिए कौन बोल रहा है। तू यहीं रहेगी हमारे साथ। तेरा दूल् "अरे पगली, तुझे कोई कहीं जाने के लिए कौन बोल रहा है। तू यहीं रहेगी हमारे साथ। ते...
दूसरा मुझे अपनी भाषा को मीठी चाशनी चढ़ा कर पेश करना होगा। दूसरा मुझे अपनी भाषा को मीठी चाशनी चढ़ा कर पेश करना होगा।
हमको आत्मग्लानी होती है क्यूँ कि हम जानते हैं कि ये कैद हमारी स्वयं की देन है। हमको आत्मग्लानी होती है क्यूँ कि हम जानते हैं कि ये कैद हमारी स्वयं की देन है।
आया झूम के बसंत,झूमो संग संग में" और बाहर खेलने भाग जाती है। आया झूम के बसंत,झूमो संग संग में" और बाहर खेलने भाग जाती है।
"अरे...! ध्यान से किया करो इतना सुंदर चेहरा जला लिया।" उसने प्यार भरी डांट लगाई। फिर ज "अरे...! ध्यान से किया करो इतना सुंदर चेहरा जला लिया।" उसने प्यार भरी डांट लगाई।...